साई में पहाडी़ से भूस्खलन होने पर घरों पर गिरे पत्थर। दहशत में घर छोड़कर भागे लोग।
बाघल टाइम्स
जयनगर ब्यूरो (10 जुलाई ) सोमवार को अर्की क्षेत्र के साई गांव में बरसात के भयंकर प्रकोप से पहाडी़ का हिस्सा खिसक गया जिससे मलबे के साथ कई बडे़ पत्थर लोगों के घरों की छतों तक पंहुच गये तो कुछ सड़क पर व दुकान के पिलर से टकरा कर वहीं अटक गये। जिससे मुख्य सड़क मार्ग के साथ व नीचे बने घरों में रहने वाले लोग दहशत में आ गए और घरों को छोड़कर सुरक्षित जगहों के लिए भाग गये।
इस खडी़ पहाडी़ की दिशा में मुख्य सड़क मार्ग के नीचे लगभग 100 से ज्यादा ग्रामीण रहते है। लोगों ने बताया कि कई साल पहले भी भयंकर बरसात से इस खडी़ पहाडी़ से एक बडी़ चट्टान खिसक कर स्थानीय निवासी व दुकानदार श्रीराम की दुकान के पिल्लर से टकरा गई थी जिससे पिल्लर के साथ खड़ी एक स्कूटी चकनाचूर हो गई थी। और मौजुदा दौर में भी खतरा बना हुआ है।
ग्रामीणों के अनुसार पहाडी़ के नीचे सड़क होने से इस विशाल चट्टान की गति को थोडा़ ठहराव मिल गया था अन्यथा कई परिवार इसकी चपेट आ जाते। उन्होंने बताया कि इस विशाल चट्टान को देखकर पहाडी़ के नीचे बसे ग्रामीण खौफ में आ गये थे। और कई दिनों तक इस पहाडी़ के खिसकने के डर से रातें घरों के बाहर गुजराते थे।
ग्रामीणों ने इस समस्या को लेकर लोक निर्माण विभाग को अवगत करवाया तो विभाग ने श्रीराम की दुकान के सामने लगभग 10-15 फीट लंबी और 8 फीट ऊंची सुरक्षा दीवार लगा दी जो कि सड़क नीचे बसे ग्रामीणों की सुरक्षा से कई मीटर पीछे ही खत्म हो गई थी। यही वजह थी कि इस बार भी भयंकर बरसात होने से पहाडी़ से भू स्खलन हुआ। भूस्खलन से मलबे के साथ कई बडे़ पत्थर गिर गये जो घरों की दीवारों व छतों पर टकराकर वहीं रूक गये। पहाडी़ से गिरें पत्थरों की चपेट में आने से सड़क के साथ बसे स्थानीय निवासी श्रीराम व जगदीश का परिवार बाल-बाल बच गया। और जान बचाकर घरों से बाहर निकलते हुए सुरक्षित जगहों के लिए भाग गयें।
गांव में इस घटना से दहशत फैल गई। लोग घरों से बाहर आकर सड़क में इकट्ठे हो गये। इस घटना के पश्चात पंचायत प्रधान हरीराम वर्मा भी मौके पर पंहुच गये, उन्होनें शासन-प्रशासन को स्थानीय ग्रामीणों की जान-माल को इस संभावित खतरे की जानकारी दे दी है ।
उन्होनें इस पहाडी़ से भूस्खलन की चपेट में आने वाले ग्रामीणों की सुरक्षा के लिए पहाडी़ के नीचे सड़क के उपरी ओर एक बडी़ सुरक्षा दीवार लगाने को लेकर संबधित विभाग से गुहार लगाई है। भूस्खलन से प्रभावित दुकानदार श्रीराम ने यह भी कहा कि इस खतरे को देखते हुए दो महीने पहले उन्होंने लोक निर्माण विभाग को सड़क के साथ सुरक्षा दीवार लगाने के लिए एक सामूहिक ज्ञापन दिया था। जिस पर विभाग ने कोई कार्यवाही नहीं की परिणामस्वरूप एक बार फिर हम सब पर भूस्खलन का जानलेवा खतरा मंडराने लगा है। अन्य प्रभावित, जगदीश ने भी बार-बार भूस्खलन को जान माल के लिए खतरा बताया हे उन्होने विभाग को इसका तुरंत सामाधान करने की गुहार लगाई है।