भांग के औषधीय एवं औद्योगिक उपयोग का लाभ उठाना आवश्यक-जगत सिंह नेगी
पंचायती राज संस्थाओं के प्रतिनिधियों के लिए इस दिशा में शीघ्र आयोजित होंगे प्रशिक्षण शिविर
बाघल टाइम्स
सोलन ब्यूरो (07 जुलाई) राजस्व, बागवानी तथा जनजातीय विकास मंत्री जगत सिंह नेगी ने कहा कि नशा मुक्त भांग की खेती सम्भव है और भांग के औषधीय व औद्योगिक उपयोग का लाभ उठाना आवश्यक है। जगत सिंह नेगी आज सोलन में हिमाचल प्रदेश में औषधीय व औद्योगिक उपयोग के लिए भांग की खेती को वैधता प्रदान करने के सम्बन्ध में प्राधिकृत समिति द्वारा आयोजित बैठक की अध्यक्षता कर रहे थे।
राजस्व मंत्री ने सोलन ज़िला के विभिन्न पंचायती राज संस्थाओं के प्रतिनिधियों से इस महत्वपूर्ण विषय पर सारगर्भित चर्चा की। उन्होंने कहा कि प्रदेश सरकार भांग की खेती को वैधता प्रदान करने के सम्बन्ध में सभी की राय एवं सुझावों पर चर्चा के उपरांत राज्य हित में निर्णय लेगी।
जगत सिंह नेगी ने कहा कि भांग की खेती के विषय में जन-जन को जागरूक बनाया जाना आवश्यक है ताकि सभी भांग के औषधीय एवं औद्योगिक गुणों से परिचित हो सकें। उन्होंने कहा कि डाॅ. यशवंत सिंह परमार बागवानी एवं वानिकी विश्वविद्यालय नौणी, सोलन तथा चैधरी सरवण कुमार कृषि विश्वविद्यालय पालमपुर, कांगड़ा के माध्यम से प्रदेश में पंचायती राज संस्थाओं के प्रतिनिधियों के लिए इस विषय में प्रशिक्षण शिविर आयोजित किए जाएंगे। उन्होंने कहा कि सोलन ज़िला के प्रतिनिधियों के लिए नौणी विश्वविद्यालय द्वारा शीघ्र ही भांग की खेती एवं उपयोगिता के सम्बन्ध में प्रशिक्षण शिविर का आयोजन होगा।
बागवानी मंत्री ने कहा कि वैज्ञानिक परीक्षण यह सिद्ध करते हैं कि भांग की उपयोगिता आर्थिकी का महत्वपूर्ण आधार बन सकती है। उन्होंने कहा कि भांग में पाए जाने वाले सीबीडी (कैनाबीडियोल) का प्रयोग विभिन्न रोगों के उपचार के लिए किया जाता है। उन्होंने कहा कि औद्योगिक रूप से प्रयोग कर भांग के पौधे से कपड़ा, कागज़, तेल एवं पेंट इत्यादि बनाया जा सकता है।
जगत सिंह नेगी ने कहा कि नशे के रूप में भांग के दुरुपयोग पर कानून पूर्ववत रहेंगे और नशे के सौदागरों के विरुद्ध मुहिम को और गति प्रदान की जाएगी। उन्होंने कहा कि सभी चुने प्रतिनिधियों को जन-जन को इस दिशा में जागरूक बनाना होगा कि भांग की उपयोगिता का लाभ उठाकर आर्थिक सशक्तिकरण को और मज़बूत किया जा सकता है।
राजस्व मंत्री ने इस अवसर पर पंचायती राज संस्थाओं के प्रतिनिधियों द्वारा पूछे गए प्रश्नों का विस्तृत उत्तर देकर उनकी शंकाओं का समाधान भी किया।
मुख्य संसदीय सचिव (बहुउदेशीय परियोजनाएं, विद्युत, पर्यटन, वन एवं परिवहन) सुदंर सिंह ठाकुर ने इस अवसर पर कहा कि प्रदेश सरकार द्वारा इस दिशा में गठित यह समिति अभी तक कुल्लू, मण्डी, कांगड़ा, चम्बा और आज सोलन में यह बैठक आयोजित कर रही है। उन्होंने कहा कि समिति का मुख्य उद्देश्य इस विषय में आमजन की राय जानना और भांग के औषधीय एवं औद्योगिक लाभों को प्रोत्साहित करना है। समिति द्वारा हाल ही में केन्द्रीय नारकोटिक्स ब्यूरो सहित अन्य राज्यों का भ्रमण कर वहां भांग के उपयोग इत्यादि की विषय में गहन जानकारी प्राप्त की गई। उन्होंने पंचायती राज संस्थाओं के प्रतिनिधियों का आह्वान किया कि भांग के औषधीय एवं औद्योगिक गुणों के सम्बन्ध में लोगों को जागरूक बनाएं।
समिति के सदस्य एवं द्रंग के विधायक पूर्ण चंद ठाकुर, शाहपुर के विधायक केवल सिंह पठानिया, बंजार के विधायक सुरेन्द्र शौरी तथा भरमौर के विधायक डाॅ. जनक राज ने इस अवसर पर भांग की उपयोगिता एवं इसके लाभों पर विस्तृत प्रकाश डाला।
समिति के विशेष आमंत्रित सदस्य एवं अधिवक्ता देवेन कृष्ण खन्ना ने भांग से सम्बन्धित विधिक विषयों की विस्तृत जानकारी प्रदान की।
पुलिस अधीक्षक बद्दी मोहित चावला ने भी विषय पर अपने विचार रखे।
राज्य कर एवं आबकारी ज़िला सोलन के उपायुक्त देवकांत खाची ने सभी का स्वागत किया और समिति के कार्य के सम्बन्ध में जानकारी प्रदान की।
कसौली के विधायक विनोद सुल्तानपुरी, ज़िला परिषद सोलन के अध्यक्ष रमेश ठाकुर, नगर निगम सोलन की महापौर पूनम ग्रोवर, उप महापौर राजीव कौड़ा, प्रदेश कांग्रेस समिति के उपाध्यक्ष राहुल सिंह ठाकुर एवं रमेश ठाकुर, ज़िला कांग्रेस समिति के अध्यक्ष शिव कुमार, प्रदेश कांग्रेस महासचिव सुरेन्द्र सेठी, कांग्रेस के अजय कंवर, सोलन ज़िला के पंचायती राज संस्थाओं के प्रतिनिधि, उपायुक्त सोलन मनमोहन शर्मा, पुलिस अधीक्षक सोलन गौरव सिंह, अतिरिक्त उपायुक्त सोलन अजय यादव, इस समिति के सदस्य सचिव एवं राज्य कर एवं आबकारी के अतिरिक्त आयुक्त डाॅ. राजीव डोगरा, उप पुलिस अधीक्षक सोलन भीष्म ठाकुर, राज्य कर एवं आबकारी विभाग के वरिष्ठ अधिकारी तथा विभिन्न विभागों के वरिष्ठ अधिकारी बैठक में उपस्थित थे।