
बाघल टाइम्स
शिमला ब्यूरो (03 सितम्बर) मुख्यमंत्री जय राम ठाकुर ने आज सिरमौर जिले के पच्छाद और शिलाई विधानसभा क्षेत्रों के अपने एक दिवसीय दौरे के दौरान लगभग 500 करोड़ रुपये की विकासात्मक परियोजनाओं के लोकार्पण और शिलान्यास किए। मुख्यमंत्री ने शिलाई में 175 करोड़ रुपये लागत की 30 विकासात्मक परियोजनाएं जबकि पच्छाद विधानसभा क्षेत्र के सराहां में 316 करोड़ रुपये लागत की 55 विकासात्मक परियोजनाओं के लोकार्पण व शिलान्यास किए।

मुख्यमंत्री ने शिलाई में एक विशाल जनसभा को संबोधित करते हुए कफोटा में उप-मंडलाधिकारी (नागरिक) कार्यालय, शिलाई में विद्युत मंडल, कफोटा में विद्युत उप-मंडल, टिम्बी में लोक निर्माण विभाग का उप-मंडल, सब्जी मंडी व जल शक्ति विभाग की निरीक्षण कुटीर, पनोग, जारवा व चांदनी में प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र खोलने की घोषणा की। शिलाई के लिए उन्होंने 1.50 करोड़ रुपये लागत की उठाऊ जलापूर्ति योजना की घोषणा भी की।
जय राम ठाकुर ने राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक पाठशालाओं बंदली दादा और मिला में विज्ञान की कक्षाएं शुरू करने के अतिरिक्त तीन राजकीय उच्च पाठशालाओं पोहता मनाल, खंडो और शकोली को राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक पाठशाला, माध्यमिक पाठशाला गुंडन को राजकीय उच्च पाठशाला और प्राथमिक पाठशाला शालियां को राजकीय माध्यमिक पाठशाला में स्तरोन्नत करने की भी घोषणा की।

उन्होंने शिलाई में डीएसपी कार्यालय और कफोटा में पुलिस स्टेशन खोलने की घोषणा की। उन्होंने जारवा में प्राथमिक पाठशाला खोलने की भी घोषणा की।
मुख्यमंत्री ने कहा कि शिलाई क्षेत्र द्वारा लगभग पांच दशकों तक कांग्रेस पार्टी का समर्थन करनेे के बावजूद विकास के मामले में उपेक्षित रहा है। उन्होंने कहा कि क्षेत्र के अपने पिछले दौरे के दौरान उन्होंने क्षेत्र के लिए सिविल जज कोर्ट, आईटीआई, पुलिस स्टेशन, जल शक्ति उप-मंडल आदि अनेकों विकासात्मक परियोजनाओं की घोषणा की है। उन्होंने कहा कि आज भी उन्होंने सिरमौर जिले के पच्छाद और शिलाई विधानसभा क्षेत्रों में 500 करोड़ रुपये की परियोजनाओं के लोकार्पण तथा शिलान्यास करके नया कीर्तिमान स्थापित किया है।
जय राम ठाकुर ने कहा कि वर्तमान राज्य सरकार के कार्यकाल के दौरान समाज के हर वर्ग और राज्य के हर क्षेत्र का समान और संतुलित विकास सुनिश्चित किया गया है। उन्होंने कहा कि वर्तमान कार्यकाल का लगभग डेढ़ वर्ष कोरोना महामारी के कारण प्रतिकूल रूप से प्रभावित होने के बावजूद, राज्य सरकार ने यह सुनिश्चित किया है कि सरकार प्रदेशवासियों की विकासात्मक आकांक्षाओं पर खरा उतरे। उन्होंने इस वायरस से लड़ने में महामारी के दौरान सरकार को अपना पूरा समर्थन देने के लिए लोगों का आभार व्यक्त किया।
महामारी से लड़ने के लिए परामर्श देने के लिए कांग्रेस नेताओं पर तंज कसते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि बेहतर होता कि वे पंजाब और राजस्थान के अपने नेताओं को सलाह देते, जहां स्थिति अधिक प्रतिकूल है। उन्होंने कहा कि कांग्रेसी नेता ऐसा प्रदर्शन कर रहे हैं जैसे उन्हें इस महामारी से लड़ने का व्यापक अनुभव है। उन्होंने राज्य के कांग्रेस नेताओं पर पार्टी हाईकमान को 12 करोड़ रुपये का बिल देने का आरोप लगाते हुए दावा किया कि उन्होंने इस राशि से मास्क और सैनिटाइजर वितरित किए हैं जो सत्य नहीं है।
जय राम ठाकुर ने कहा कि वर्तमान राज्य सरकार ने राज्य में पदभार ग्रहण करते ही वृद्धावस्था पेंशन का लाभ लेने के लिए वरिष्ठ नागरिकों की आयु सीमा को बिना आय सीमा के 80 वर्ष से घटाकर 70 वर्ष किया है। वृद्ध महिलाओं के लिए यह आयु सीमा 70 वर्ष से घटाकर 65 वर्ष कर दी गई है। उन्होंने राज्य सरकार द्वारा आरम्भ की गई विभिन्न विकासात्मक और कल्याणकारी योजनाओं का भी उल्लेख किया।
मुख्यमंत्री ने शिलाई में 4.11 करोड़ रुपये की लागत से निर्मित आईटीआई भवन, 1.83 करोड़ रुपये की लागत से निर्मित जरवा से जनेली से किनू कुल्हाड़ सड़क, 5.29 करोड़ रुपये लागत की गवाली पशमी से मनाल सड़क, 4.77 करोड़ रुपये लागत की गवाली पशमी से बाली कोटि चमरा मोहराड़ सड़क, 4.64 करोड़ रुपये लागत की शर्ली मानपुर से कुमली सड़क, तातियाना गांव समूह की बस्तियों के लिए 92 लाख रुपये लागत की उठाऊ पेयजल योजना, कमराउ तहसील के अपर माशू में 1.22 करोड़ रुपये लागत की उठाऊ सिंचाई योजना और कुन्ना गांव के लिए 68 लाख रुपये लागत की उठाऊ सिंचाई योजना कुन्ना सदयार के लोकार्पण किए।