शालाघाट-शिमला फोरलेन सड़क निर्माण में कटेंगे हज़ारों पेड़
बाघल टाइम्स
अर्की ब्यूरो : ( 18 अगस्त ) हिमाचल प्रदेश सरकार ने मटौर-शिमला प्रोजेक्ट को उच्च प्राथमिकता वाली परियोजनिओं में शामिल किया है।
इस परियोजना के तहत शालाघाट-शिमला फोरलेन सड़क निर्माण में 6000 पेड़ कटेंगे, जिसके कारण करीब 16 हेक्टेयर वन क्षेत्र से जंगल पूरी तरह से साफ हो जाएगा।
वन विभाग से पेड़ काटने की अनुमति के मिलने के बाद ही फोरलेन सड़क का निर्माण कार्य हो सकेगा।
शालाघाट से शिमला के लिए फोरलेन निर्माण किया जाएगा जो राज्य की राजधानी को अन्य प्रमुख शहरों से जोड़ने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगा। यह फोरलेन बन जाने से यात्रा का समय कम होगा और लोगों की सुविधा में सुधार होगा। एक ओर जंहा पर्यटन में भी वृद्धि होने की उम्मीद की जा रही है वहीं हजारों पेडो़ं के कटान से पर्यावरण पर प्रतिकूल प्रभाव पड़ सकता है और यह क्षेत्र के वन्य जीवों के लिए भी हानिकारक हो सकता है।
क्या कहते हैं अधिकारी
एन0एच0आई0 के क्षेत्रीय अधिकारी अब्दुल वसीम ने कहा कि यह परियोजना प्रदेश के विकास के लिए अत्यंत महत्वपूर्ण है। हालांकि इसमें 6000 पेड़ काटे जाएंगे लेकिन पर्यावरण की क्षतिपूर्ति व बचाव के लिए पौधारोपण व अन्य पर्यवर्णीय उपाय किए जाएंगे।