बागा में नकली सीबीआई ऑफिसर बने तीन आरोपी गिरफ्तार।
बाघल टाइम्स
अर्की ब्यूरो : ( 18 जुलाई ) पुलिस थाना बागा के अंतर्गत नकली सीबीआई आफिसर बने तीन व्यक्तियों द्वारा लोगों को गुमराह करने का मामला सामने आया है।
पुलिस में यह शिकायत रोहित कुमार तहसील अर्की (सोलन) ने दर्ज करवाई है बीते जुलाई को जब यह अपनी कार में तेल डालने के लिये खारसी जा रहा था तो शालूघाट में मंदिर गेट के पास एक कार नंबर एच0पी0 -24 सी -4309 खड़ी थी जिस पर लालबती लगी हुई थी। उस कार के साथ दो व्यक्ति खड़े थे जो आने-जाने वाली गाड़ियों को चैकिंग कर रहे थे तथा अपने आप को सीबीआई के अधिकारी बता रहे थे। वह उन दोनों के नाम नहीं जानता है।
जिस पर पुलिस थाना बागा ने आई0पी0सी0 की धारा 204, 3(5) के अंतर्गत मामला दर्ज कर लिया है। इस घटना की सूचना मिलते ही पुलिस थाना बागा की पुलिस टीम ने त्वरित कार्यवाही करते हुये तीन आरोपियों मनोज कुमार पुत्र विजय राम, गांव दरोबड डाकघर धार टटोह तहसील सदर (बिलासपुर) आयु 28 साल गाड़ी का मालिक, आरोपी विनोद कुमार, पुत्र प्रकाश चंद गांव दरोबड डाकघर धार टटोह तहसील सदर (बिलासपुर) आयु 29 साल,आरोपी नरेश कुमार उर्फ भूरा पुत्र काशी राम गांव दरोबड डाकघर धार टटोह तहसील सदर (बिलासपुर) आयु 52 साल को गिरफ्तार कर लिया है। इस वारदात में संलिप्त गाड़ी नंबर एच0पी0 -24सी -4309 को मय फलैशर लाइट समेत कब्जे में ले लिया गया है। आरोपियों से जब गहनता से पूछताछ की गई तो उन्होंने बताया कि बीते 14 जुलाई को वे तीनों शालूघाट मंदिर में माथा टेकने के लिये आये थे जहां पर इन तीनों ने सीबीआई अधिकारी बनकर गाडियों को चैकिंग करने व अपना रुतबा बनाने के लिए प्लान बनाया। उनमें से एक नरेश कुमार उर्फ भूरा लाल गाड़ी में बतौर डीएसपी सीबीआई बनकर बैठ गया तथा मनोज कुमार व विनोद कुमार आने-जाने वाली गाडियों को चैकिंग करने के लिये रोकने लगे। इस दौरान वहां काफी लोग ईक्टठा हो गये और वह तीनों वहां से भाग गये।
अब तक आरोपियों से की गई जांच व पूछताछ करने पर यह पाया गया है कि इन तीनों ने गाड़ी पर लगी फलैशर लाईट को बीते 12 जुलाई को फिलिपकार्ट से ऑनलाईन मंगवाया था। इस फलैशर लाईट को गाड़ी में लगाकर ये तीनों मंदिर में माथा टेकने के लिए शालूघाट पहुंचे जहां पर इन तीनों ने सीबीआई अधिकारी बनकर अपना रूतबा बनाने के लिये गाडियों की चैकिंग करने का प्लान बनाया। जहां मौके पर लोग इकटठा होने के कारण ये तीनों वंहा से फरार हो गये। जांच के दौरान इनके द्वारा पैसे उगाही की कोई बात सामने नहीं आई है। हालांकि पुलिस द्वारा मामले की जांच जारी है।