प्रधानमंत्री कार्यालय दिल्ली के नाम पर जाली दस्तावेज से लाखों की ठगी, आरोपी गिरफ्तार।
बाघल टाइम्स
सोलन : ब्यूरो (13 अगस्त ) पुलिस थाना कसौली के अंतर्गत मशोबरा के एक व्यक्ति द्वारा जाली दस्तावेज दिखाकर गिवेर्नी इनोवेक्स प्राइवेट लिमिटेड नामक कंपनी से लाखों रुपये लूटने का मामला सामने आया है।
इस मामले से जूडा़ एक शिकायतपत्र पुलिस को थाना कसौली को मार्च महीने में प्राप्त हुआ था। इस शिकायतपत्र में दिल्ली निवासी अमन मेहता व कश्मीरी लाल अध्यक्ष, गिवेर्नी इनोवेक्स प्राइवेट लिमिटेड, इंडिया ने शिकायत दर्ज करवाई थी कि प्रधानमंत्री कार्यालय के कुछ अधिकारियों के अधिकारिक लेटर हैड से पत्र जारी करके व जाली हस्ताक्षर करके गिवेर्नी इनोवेक्स प्राइवेट लिमिटेड, कंपनी प्रबंधन से कंपनी को फायदा पहुंचाने व संचालन के नाम पर लाखों रूपये ऐंठ लिए। जब इस मामले की जांच पड़ताल की गई तो यह पाया गया कि प्रधानमंत्री कार्यालय से इस प्रकार के कोई भी पत्र इस कंपनी को जारी नहीं किए गये हैं।
जांच करने पर यह भी पाया गया था कि इस सारी जालसाजी में कसौली निवासी जितेंद्र कुमार चंदेल भी शामिल था, जिसने प्रधानमंत्री कार्यालय के अधिकारियों के नाम से झूठे हस्ताक्षर करके जाली पत्र जारी किए थे। इस शिकायत पत्र पर पुलिस थाना कसौली में इस साल 21 मार्च को धोखाधड़ी के आरोप में आई0पी0सी0 की धारा 419, 420, 467, 468, 471 के अंतर्गत मामला दर्ज किया गया था। जांच के दौरान इस मामले के आरोपी जितेंद्र कुमार, गांव मशोबरा, तहसील कसौली (सोलन) को संलिप्त पाया गया। इस दौरान आरोपी के मोबाईल फोन, कंप्यूटर तथा अन्य दस्तावेजों का विश्लेषण, परीक्षण करने पर पाया गया कि आरोपी जितेंद्र कुमार चदेल स्वंय को आयकर विभाग का डिप्टी कमीश्नर बतलाता था। वह विभिन्न विभागों, बैकों आदि से ई-मेल व अन्य माध्यमों से पत्राचार करके उन्हें धोखाधड़ी की नीयत से अपना झुठा परिचय डिप्टी कमीश्नर आयकर विभाग बताकर अनुचित लाभ लेता था। सबूतों के आधार पर बीते 12 अगस्त को पुलिस थाना कसौली की टीम द्वारा आरोपी जितेंद्र कुमार पुत्र स्व0 देवी चंद, गांव मशोबरा, डाकघर व तहसील कसौली, जिला सोलन, आयु 38 साल को गिरफ्तार कर लिया गया है। जांच के दौरान पाया गया है कि आरोपी जितेंद्र कुमार चंदेल ने ही प्रधानमंत्री कार्यालय दिल्ली के नाम से जाली दस्तावेज तैयार करके गिवेर्नी इनोवेक्स प्राइवेट लिमिटेड, कंपनी के अध्यक्ष कश्मीरी लाल से कंपनी को फायदा पहुंचाने व संचालन के नाम पर लाखों रूपये ऐंठ लिए। इसके अलावा इस आरोपी ने अपना बतौर डिप्टी डायरेक्टर प्रर्वतन निदेशालय का जाली वेतन प्रमाण पत्र तैयार करके बैंक से कार लोन भी हासिल किया है। आरोपी को आज अदालत में पेश किया जा रहा है।
एस पी सोलन गौरव ठाकुर ने बताया कि पुलिस आरोपी के पूर्व अपराधिक रिकार्ड के साथ इस मामले की जांच पड़ताल कर रही है।