बाघल टाइम्स नेटवर्क
प्रदेश के जिला सिरमौर से एक बहुत ही दुःखद घटना सामने आई है। जहां तीन बच्चों को जन्म देने वाले माता-पिता आज निसंतान हो गए। मात्र पांच साल में इस दंपति परिवार को मानो ग्रहण सा लग गया और इनके तीनों जिगर के टुकड़े काल का ग्रास बन गए। दुःखद घटना सिरमौर जिला के शिलाई की है।
दरअसल शिलाई के दूर-दराज अजरोली पंचायत के गांव जासवी निवासी दुलाराम और सत्या देवी के घर में एक एक कर तीन बच्चों ने जन्म लिया। लेकिन कुदरत की ऐसी माया थी कि तीनों संतानों के दिल में जन्म से ही छेद था। जिस कारण करीब 4 साल पहले 16 साल की उम्र में इस दंपति की सबसे बड़ी बेटी मोहिमा की मौत हो गई। इसके पश्चात दो साल पहले 15 वर्ष की उम्र में बेटे रोहित ने दम तोड़ दिया।।
दोनों की मौत के सदमे से अभी माता-पिता उभरे भी नहीं थे कि घर के आखिरी चिराग संजय भी अपने माता पिता को अलविदा कह गया। इस दुःखद घटना के बाद जहां क्षेत्र में गमगीन माहौल है वहीं लोग हैरान भी हैं। दरसल इन तीनों बच्चों के जन्म से ही दिल में छेद होने के कारण परिजनों ने लाखों रुपए खर्च कर उनका इलाज करने की कोशिश की परंतु तीनों बच्चों को नहीं बचा सके । लोगों का कहना है कि बच्चे शारीरिक रूप से हष्ट पुष्ट और सुंदर दिखते थे। लेकिन काफी कोशिश के बाद भी इन बच्चों को नही बचा सके। इस दर्दनाक घटना से क्षेत्र में शोक की लहर है। मां-बाप का रो-रोकर बुराहाल है वंही ग्रामीण परिवार को सांत्वना दे रहे हैं।