
बाघल टाइम्स
अमृतसर

9 जून : विश्वभर में 10 जून को कंकण- आकृति सूर्यग्रहण लगेगा जो यूरोप,उत्तरी अमेरिका,उत्तरी ऐशिया कनाडा,ग्रीनलैंड और उत्तरी अटलाण्टिक महासागर के क्षेत्र में दिखायी देगा जब कि भारत में यह ग्रहण दिखाई नहीं देगा। अतः इसका किसी भी प्रकार के सूतक का विचार नहीं होगा।
ज्योतिषाचार्य, अश्विनी कुमार शर्मा (शास्त्री) ने बताया कि धार्मिक मान्यताओं के अनुसार यह उपच्छाया ग्रहण होता है।इस स्थिति में किसी भी हिंदू मन्दिर के द्वार बंद नहीं होते हैं। केवल पूर्ण ग्रहण की स्थिति में ही सूतक ग्रहणीय होता है। ऐसेे में भारत में यह ग्रहण नहीं होगा जिस कारण यहाँ राशियों का शुभाशुभ भी विचारणीय नहीं है।
