
बाघल टाइम्स
शिमला
29 मई : स्वास्थ्य विभाग के एक प्रवक्ता ने आज यहां बताया कि वृद्धजनों और विशेष रूप से सक्षम लोगों को घर क नजदीक कोविड टीकाकरण की सुविधा मिलेगी। उन्होंने बताया कि विशेषज्ञों और डाॅक्टरों की एक समिति ने वृद्धजनों और विशेष रूप से सक्षम लोगों को ध्यान में रखते हुए इस अभियान को अधिक अनुकूल बनाने और जन केंद्रित दृष्टिकोण अपनाने की सिफारिश की है, जिसके आधार पर कोविड-19 (एनईजीवीएसी) राष्ट्रीय विशेषज्ञ समूह ने वृद्धजनों और विशेष रूप से सक्षम लोगों के लिए घर के पास कोविड टीकाकरण केंद्र की रणनीति को मंजूरी दी है और इसे राज्यों के साथ सांझा किया गया है।

प्रवक्ता ने बताया कि रणनीति के अनुसार, घरों के नजदीक कोविड टीकाकरण केंद्र (एनएचसीवीसी) विशेष रूप से वृद्धजनों और विशेष रूप से सक्षम व्यक्तियों के लिए आयोजित किया जाएगा और संबंधित उपायुक्त के अधीन जिला टास्क फोर्स सूची के आधार पर टीकाकरण सेवा को लक्षित आबादी तक पहुंचाने के लिए राष्ट्रीय हेल्थ कोविड वैक्सीनेशन केंद्रों (एनएचसीवीसी) का स्थान तय करेगी। टीकाकरण के उद्देश्य से एनएचसीवीसी को मौजूदा कोविड वैक्सीनेशन केंद्रों (सीवीसी) से जोड़ा जाएगा।

प्रवक्ता ने बताया कि इस रणनीति के अनुसार, टीकाकरण अभियान वृद्धजनों और विशेष रूप से सक्षम लोगों के लिए अधिक सुलभ होगा, जो मौजूदा कोविड टीकाकरण केंद्रों तक नहीं पहुंच सकते। उन्होंने बताया कि ऐसे लाभार्थियों का कोविड-19 टीकाकरण अब घर के नजदीक के टीकाकरण केंद्रों पर किया जा सकेगा। उन्होंने बताया कि वृद्धजनों और विशेष रूप से सक्षम लोगों के लिए सामुदायिक केंद्र, रेजिडेंट वेलफेयर एसोसिएशन सेंटर, ग्रुप हाउसिंग सोसाइटी सेंटर, पंचायत भवन, स्कूल भवन आदि में वैक्सीनेशन केंद्र स्थापित किए जाएगे और घर के नजदीक कोविड टीकाकरण करवाने के लिए वृद्धजनों और विशेष रूप से सक्षम लोगों का मार्गदर्शन भी किया जाएगा। उन्होंने बताया कि हिमाचल प्रदेश में वृद्धजनों और विशेष रूप से सक्षम लोगों की सुविधा के लिए सभी जिलों को इस रणनीति को अपनाने के लिए कहा गया है।
उन्होंने बताया कि प्रदेश में महामारी को फैलने सेे रोकने और कोरोना महामारी के कारण होने वाली मृत्यु दर को कम करने के लिए राष्ट्रीय कोविड-19 टीकाकरण अभियान 16 जनवरी, 2021 को शुरू किया गया हैं। इस टीकाकरण अभियान को प्राथमिकता वाले आयु समूहों के रूप में शुरू किया गया था और अब इसमें 18 वर्ष और उससे अधिक आयु के सभी लोगों को शामिल किया गया है।