
18 April 2021
बाघल टाइम्स
मुख्यमंत्री जय राम ठाकुर ने आज जिला ऊना के बचत भवन में कोविड-19 और सूखे जैसी स्थिति की समीक्षा बैठक की अध्यक्षता की। उन्होंने मुख्यमंत्री की घोषणाओं के कार्यान्वयन की प्रगति की भी समीक्षा की। उन्होंने पंचायती राज संस्थाओं और शहरी स्थानीय निकायों के चुने हुए प्रतिनिधियों को लोगों को फेस मास्क, सामाजिक दूरी बनाए रखने और प्रदेश सरकार द्वारा जारी की गई मानक संचालन प्रक्रियाओं और सामाजिक एवं धार्मिक समारोहों के दौरान अनुमति से अधिक संख्या में एकत्रित न होने के दिशा-निर्देशों का सख्ती से पालन करने को कहा।
उन्होंने कहा कि वे राज्य के स्वास्थ्य विभाग और कोविड की पाॅजिटिव रिपोर्ट के कारण होम आइसोलेशन में रह रहे लोगों के मध्य एक सेतु के रूप में कार्य करके महत्वपूर्ण भूमिका अदा कर सकते हैं। उन्होंने नागरिक संगठनों से भी आग्रह किया कि वे कोविड-19 के लिए स्वयं की जांच करवाने के लिए लोगों को आगे आने के लिए प्रेरित करें। उन्होंने कहा कि इससे न केवल कोरोना मामलों का समय रहते पता लगाने में मदद मिलेगी, बल्कि इस वायरस के प्रसार को रोकने में भी सहायक सिद्ध होगा। उन्होंने कहा कि लोगों को स्वेच्छा से परीक्षण के लिए आगे आना चाहिए क्योंकि यह न केवल उनकी रक्षा करेगा बल्कि इस वायरस को फैलने से रोकने में भी मदद करेगा।
उन्होंने धार्मिक संगठन के प्रतिनिधियों से भी आग्रह किया कि वे विभिन्न सामाजिक समारोहों जैसे विवाह आदि में बड़ी संख्या में सभाओं में शामिल न होने के लिए लोगों को प्रेरित करें। उन्होंने डाॅक्टरों को स्वयं को व्यक्तिगत रूप से शामिल करके कोविड-19 रोगियों का समुचित इलाज सुनिश्चित करने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि इलाज के लिए आने वाले मरीजों को नजरअंदाज नहीं करना चाहिए क्योंकि इससे मरीज पर बुरा असर पड़ सकता है। उन्होंने डाॅक्टरों और अन्य पैरा मेडिकल स्टाॅफ से कोविड-19 के मरीजों के प्रति विनम्र व्यवहार रखने को कहा जो कोविड-19 पीड़ित मरीजों के शीघ्र स्वस्थ होने में अहम भूमिका निभाएगा।

मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य में कोविड मामलों की संख्या में तीव्र वृद्धि होना चिंता का प्रमुख कारण है। प्रदेश में केवल 218 सक्रिय मामले थे, लेकिन आज यह संख्या 8400 से अधिक हो गई है। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने हाल ही में देश के मुख्यमंत्रियों के साथ वीडियो काॅन्फ्रेंसिंग के दौरान लोगों को महामारी से लड़ने के लिए सरकार का सहयोग करने के लिए प्रेरित करने को कहा। उन्होंने कहा कि ऊना जिला प्रशासन ने पिछले वर्ष लाॅकडाउन के दौरान बाहरी राज्यों में फंसे हिमाचलियों की प्रदेश वापसी सुनिश्चित करने में सराहनीय भूमिका निभाई क्योंकि प्रदेश में केवल ऊना में ही ब्राड गेज रेल सुविधा उपलब्ध है।
इसके पश्चात मुख्य चिकित्सा अधिकारी ऊना ने जिले में कोविड की स्थिति पर विस्तार में प्रस्तुति दी। उन्होंने कहा कि जिले में कोविड-19 के 781 सक्रिय मामले हैं और अब तक 88 लोगों की जान गई है। जिले का पाॅजीटिवटी दर 4.5 प्रतिशत है जो काफी चिन्ताजनक है।
उन्होंने कहा कि जिले में अब तक लगभग 98704 लोगों को कोविड की पहली खुराक और 8835 लोगों को दोनों खुराकें दे दी गई हैं। लोगों को बेहतर उपचार सुविधा प्रदान करवाने के लिए जिले में पर्याप्त स्वास्थ्य सामग्री उपलब्ध है।
विभिन्न हितधारक जैसे व्यापार मण्डल, धार्मिक, सामाजिक संगठनों के प्रतिनिधियों ने भी इस बैठक में भाग लिया और अपने विचार साझा किए।

राज्य वित्तायोग के अध्यक्ष सत्तपाल सिंह सत्ती, विधायक राजेश ठाकुर, बलवीर चैधरी, उपाध्यक्ष हिमुडा प्रवीन शर्मा, उपाध्यक्ष एचपीएसआईडीसी प्रो. रामकुमार, जिला परिषद की अध्यक्षा नीलम कुमारी, उपाध्यक्ष किशन, पुलिस अधीक्षक ऊना अर्चित सेन और वरिष्ठ अधिकारियों ने बैठक में भाग लिया।