मानव आज  सांसारिक सुख की दौड़ में आत्मिक शांति एवं आत्म संतोष खोता जा रहा है : आचार्य हरी जी महाराज

मानव आज  सांसारिक सुख की दौड़ में आत्मिक शांति एवं आत्म संतोष खोता जा रहा है : आचार्य हरी जी महाराज

बाघल टाइम्स

कुनिहार ब्यूरो (28 फरवरी) क्षेत्र के लोहारा गांव में मंगलवार को श्रीमद् भागवत कथा का समापन हो गया कथा के अंतिम दिवस पर कथावाचक आचार्य हरी जी महाराज ने अपने मुखारविंद से प्रवचनों की रस धारा प्रवाहित करते हुए कहा कि भगवान श्री कृष्ण भक्तों के समस्त कष्टों का निवारण करते हैं एवं उनके पापों का निराकरण करते हैं l भगवान श्री कृष्ण की महिमा अपरंपार, अकल्पनीय एवं अद्भुत है l श्रीमद् भागवत कथा के श्रवण एवं आयोजन करवाने से यजमान की सात पीढ़ियां का उद्धार हो जाता है l

भगवान सर्वशक्तिमान एव सर्व व्यापक है lभगवान श्रीकृष्ण ने इस संसार में बुराइयों एवं अधर्म को मिटाने के लिए त्रेता युग में मानव रूप में इस धरा पर अवतार धारण किया l

आचार्य हरी जी महाराज ने कहा कि आज का मानव भौतिकता वादी युग में इतना व्यस्त हो चुका है कि वह सांसारिक सुख की दौड़ में आत्मिक शांति एवं आत्म संतोष खोता जा रहा हैl 

 

बता दें इस साप्ताहिक श्रीमद् भागवत कथा का आयोजन ज्ञानचंद एवं उनके परिवार के सदस्यों द्वारा 23 फरवरी से 28 फरवरी तक आयोजित किया । इस अवसर पर कुनिहार के आसपास के सैकड़ों भक्त ने कथा में सम्मिलित होकर इस ज्ञानमयी कथा का रसास्वादन किया। कथा के उपरांत भक्तों के लिए विशाल भंडारे का आयोजन किया गया l

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