
बागल टाइम्स नेटवर्क
कुल्लू जिले की सैंज घाटी के ग्रामीणों को अभी तक मूलभूत सुविधाएं नसीब नहीं हुई हैं। घाटी की ग्राम पंचायत गाड़ापारली का एक भी गांव अभी तक सड़क से नहीं जुड़ पाया है। सोमवार को पंचायत के मेल गांव की गर्भवती महिला मथुरा देवी को प्रसव पीड़ा के बीच डंडों पर कुर्सी बांधकर पैदल चलकर आठ किलोमीटर दूर निहारनी सड़क तक पहुंचाना पड़ा।
वंही प्रसव पीड़ा अधिक होने के चलते प्रसव सड़क पर ही करवाना पड़ा। प्रसव के बाद जच्चा-बच्चा को उप स्वास्थ्य केंद्र सैंज ले जाया गया, जहां दोनों का स्वास्थ्य ठीक है।
ग्राम पंचायत प्रधान यमुना देवी ने कहा कि सोमवार को मथुरा देवी को प्रसव पीड़ा होने पर डंडों पर उठाकर उपचार के लिए ले जाना पड़ा है। प्रशासन और सरकार से सड़क के निर्माण की मांग की जाती रही है लेकिन सड़क नंही निकल सकी।
जिसके चलते ग्रामीणों को राशन से लेकर निर्माण संबंधी आवश्यक सामग्री पीठ पर उठाकर पैदल 8 से 15 किलोमीटर सफर करना पड़ता है।

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