
बाघल टाइम्स
शिमला ब्यूरो (27 जनवरी)
कांग्रेस मुख्यालय राजीव भवन में पत्रकार वार्ता को संबोधित करते हुए राठौर ने मुख्यमंत्री जयराम की ओर से पूर्ण राज्यत्व दिवस पर की गई घोषणाओं को पूरी तरह चुनावी घोषणाएं करार दिया। कहा कि सरकार कर्मचारी व जन हितैषी होने का ढोंग रच रही है। प्रदेश में हुए चार उपचुनावों में भाजपा को मिली करारी हार के बाद देश मे बढ़ते पेट्रोल, डीजल के मूल्यों में केंद्र सरकार को मजबूरी में इसके दामों में कटौती करनी पड़ी। उन्होंने कहा कि इन चुनाव परिणामों के बाद प्रदेश सरकार की आंखें भी खुली और अब वह कर्मचारियों को लुभाने में जुट गई है।

राठौर ने कहा कि कोरोना काल में सरकार ने किसी भी वर्ग को आज दिन तक कोई राहत नहीं दी है। किसानों व बागवानों को न तो खाद मिल रही है न कीटनाशक। यूपीए सरकार के समय पहाड़ी राज्यों के विकास के लिए विशेष आर्थिक मदद मिलती थी, जो अब एनडीए सरकार के समय बंद हो गई है।
राठौर ने कहा कि सरकार ने 60 यूनिट तक बिजली निशुल्क देने की जो घोषणा की है, इसे 100 यूनिट किया जाना चाहिए। प्रदेश बिजली उत्पादन प्रदेश है। भाजपा सरकार की नीति एक हाथ से ले, दूसरे से दे कि रही है।
