
बाघल टाइम्स
अर्की
(23मई) पंचायती राज विभाग व जिला परिषद के कर्मचारियों की कोविड 19 के अंतर्गत संक्रमित होने पर विशेष निगरानी हेतु एक पैनल बनाया गया है लेकिन ग्राम रोजगार सेवक भी उसी कार्यालय और उस से ज्यादा विकट परिस्थितियों में कार्य करते हैं । इसके अलावा 3 से 6 पंचायतों में मनरेगा के अंतर्गत 200 से अधिक मनरेगा कामगारों को 14 दिन का रोजगार उपलब्ध करवाने की जिम्मेवारी को निभाना पड़ रहा है । ज़िला ग्राम रोजगार सेवक संघ के अध्यक्ष मनोहर लाल ने जारी प्रेस विज्ञप्ति के माध्यम से कहा कि ग्राम रोजगार सेवकों को फील्ड में जियो टैग करने हेतु जाना पड़ रहा है । उन्होंने कहा कि ग्राम रोजगार सेवकों को उनकी सुरक्षा हेतु नाम मात्र का भी प्रबंध नही किया जा रहा है, जबकि फील्ड में कर्मचारियों को मास्क और ग्लब्स पहनने की अनिवार्यता है । मनोहर लाल ने कहा कि विभाग ने कोरोना से संक्रमित होने को लेकर किसी तरह का कोई प्रबंध नहीं किया है । जिस से सम्पूर्ण हिमाचल प्रदेश में ग्राम रोजगार सेवकों में रोष है । उन्होंने कहा कि ग्राम रोजगार सेवक संघ सरकार व विभाग से है मांग करता है कि अन्य पंचायत कर्मचारियों की तरह कोरोना से बचाव की सुविधा उन्हें भी प्रदान करे,जबकि कई विकास खण्डों में ग्राम रोजगार सेवकों की कोविड 19 से सम्बंधित सीधी डयूटी लगाई गई है जो सरासर गलत है । उन्होंने कहा कि अन्य कर्मचारियों की तरह इन्हें भी फ्रंट लाइन वर्कर घोषित किया जाए ।
