
बाघल टाइम्स
दाड़लाघाट ब्यूरो (19 नवम्बर) अखिल भारतीय किसान सभा जिला सोलन इकाई ने देशभर के संघर्षशील किसानों तथा किसान संगठनों व समाज के अन्य वर्गों जिन्होंने किसान आंदोलन में बढ़ चढ़कर हिस्सा लिया , तीनों कृषि कानूनों को वापस लेने पर सभी को बधाई दी है । सोलन जिला कमेटी अध्यक्ष रामकृष्ण शर्मा ने प्रेस के नाम जारी ब्यान में कहा कि लगभग 1 वर्ष के लंबे आंदोलन का नतीजा है कि सरकार को किसानों के आगे झुकने को विवश होना पड़ा। बक़ौल किसान आंदोलन में बढ़ चढ़कर हिस्सा लिया था।

किसान सभा ने इस आंदोलन के दौरान शहीद हुए 600 से अधिक किसानों को याद करते हुए उन्हें श्रद्धांजलि देते हुए कहा कि उनकी कुर्बानियां रंग लाई व सरकार को हिटलर शाही नीतियां छोड़कर काले कानूनों को वापस लेना पड़ा।
किसानन सभा ने सरकार की आलोचना करते हुए कहा कि यह सरकार देश के 600 से अधिक किसानों की हत्या की जिम्मेदार है। तथा इसकी जवाबदेही आने वाले समय में उसे देनी होगी। किसान सभा ने मजदूरों के बारे अपनी राय व्यक्त करते हुए कहा कि किसान सभा मजदूरों के खिलाफ बनाए गए लेबर कोड के खिलाफ मजदूरों के आंदोलन में कंधे से कंधा मिलाकर साथ देगी।
किसान सभा ने केंद्र की सरकार को मजदूर एवं किसान विरोधी सरकार घोषित करते हुए कहा कि यह सरकार तानाशाही तरीके से कार्य कर रही है तथा देश की जनता की आवाज को अनसुना कर रही है जिसका खामियाजा भाजपा ने इन उपचुनाव में बहुत लिया है तथा आने वाले समय में भाजपा हर चुनाव हारेगी यह तय है ।
