बघाल टाइम्स नेटवर्क
हिमाचल प्रदेश के स्कूलों में मिड-डे मील योजना की ग्रांट रुक गई है। इससे प्रारंभिक स्कूलों में शिक्षा ग्रहण करने वाले विद्यार्थियों के खाते में आने वाली राशि का भुगतान नहीं हो पाया है। प्रदेश के स्कूल प्रभारियों को एचडीएफसी बैंक में खाते खोलने के आदेश जारी होने के बाद यह समस्या पेश आ रही है। जिसके पीछे कई जिलों के स्कूल दुर्गम क्षेत्रों में और बैंक की ब्रांच नहीं होना बताया जा रहा है। इसके अलावा प्रदेश के सभी स्कूलों के बैंक खाते मिड-डे मील से न जुड़ने के कार ण भुगतान रुका है। जिस कारण स्कूलों को खाता खोलने में परेशानी हो रही है।

गौर हो कि केंद्र सरकार की मिड-डे मील योजना के तहत सरकारी स्कूलों में पढ़ने वाले कक्षा एक से आठवीं तक बच्चों को दोपहर का भोजन उपलब्ध करवाया जाता है। कोविड-19 के कारण स्कूलों में मिड-डे मील पकाने और परोसने पर फिलहाल रोक है। इसके चलते विद्यार्थियों को चावल दिए जा रहे हैं। दालें और अन्य खाद्य सामग्री तथा पकाने के खर्च के रूप में हर विद्यार्थी के खाते में प्रतिमाह राशि दी जा रही है। लेकिन अगस्त माह के भुगतान के बाद यह राशि विद्यार्थियों के खाते में नहीं आ रही है।
प्रारंभिक शिक्षा विभाग हमीरपुर के उपनिदेशक संजय कुमार ठाकुर ने बताया कि निदेशालय में बात की जा चुकी है। स्कूलों के बैंक खाते एचडीएफसी में खोले गए हैं। कई स्कूल दुर्गम क्षेत्रों में हैं, जहां एचडीएफसी की ब्रांच नहीं है। इस कारण विद्यार्थियों के बैंक खाते योजना से नहीं जुड़ पा रहे हैं। समस्या के शीघ्र समाधान का प्रयास किया जा रहा है।
