
बाघल टाइम्स नेटवर्क
12 मार्च / प्रदेश के स्कूलों में अब बच्चों के साथ शिक्षक किसी भी तरह की मारपीट नहीं कर सकेंगे। उच्च शिक्षा विभाग ने इस बारे में सभी स्कूलों को सख्त निर्देश जारी किए हैं।
इसमें कहा गया है कि स्कूलों में सजा के तौर पर किसी भी तरह की शारीरिक सजा नहीं दी जाएगी। दरअसल प्रदेश के स्कूलों में अभिभावकों की ओर से कुछ ऐसी शिकायतें आई हैं कि शिक्षक बच्चों को शारीरिक तौर पर सजा दे रहे हैं।
बता दें गत दिनों कांगड़ा के एक स्कूल में भी छोटी कक्षा में पढऩे वाले बच्चे का वीडियो वायरल हुआ था, जिसमें छोटा बच्चा बार-बार स्कूल टीचर से घर जाने की परमिशन मांग रहा था। बच्चा रोते हुए टीचर से गुहार लगा रहा था, लेकिन टीचर से उसकी बात को अनसुना कर दिया और उसे थप्पड़ भी मारा। यह मामला सोशल मीडिया पर भी काफी वायरल हुआ। इसके साथ ही कई ऐसे मामले पहले भी देखे गए हैं, जहां शिक्षक सजा के तौर पर बच्चों पर हाथ उठा देते हैं।

इन्हीं शिकायतों को गंभीरता से लेते हुए अब शिक्षा विभाग ने यह फैसला लिया है। इसमें डिप्टी डायरेक्टर को आदेश जारी किए हैं कि उनके जिला में जो भी स्कूल हैं, वहां पर यह आदेश तुरंत प्रभाव से लागू किया जाए। इसके साथ ही स्कूल के मुखिया को भी ये आदेश जारी किए गए हैं कि स्कूल कैंपस में भी अनुशासन बनाए रखना होगा। इस तरह को कोई भी मामला यदि स्कूल में आता है, तो स्कूल मुखिया पर कार्रवाई की जाएगी।
