विधायक राकेश सिंघा ने भी मामले लंबित होने पर आपत्ति जताई। मंत्री मारकंडा ने कहा कि वन अधिकार कानून के तहत मामलों के निपटारे के लिए मंडी और शिमला स्थित हिपा में राज्य स्तर का प्रशिक्षण दिया गया है। जिला स्तर पर भी प्रशिक्षण दिए जा रहे हैं। इस पर विधायक जगत सिंह नेगी ने कहा कि विधानसभा सत्र के शीत सत्र में इस मामले को लेकर कुछ और जानकारी दी थी। अब बजट सत्र में अन्य जानकारी दे दी गई है। प्रशिक्षण जनजातीय क्षेत्रों में करवाने की जगह मंडी और शिमला में करवाए जा रहे हैं। सरकार गलत जानकारी देकर लोकतंत्र की हत्या कर रही है। इस पर मंत्री मारकंडा ने कहा कि विधायक नेगी हर बात को बढ़ा-चढ़ा कर बताते हैं। अगस्त 2021 तक की जानकारी सदन में रखी गई है। आवेदनों की संख्या लगातार बढ़ रही है।