बाघल टाइम्स नेटवर्क
15 नवम्बर / सवर्ण आयोग के गठन की मांग पर देवभूमि क्षत्रिय संगठन और देवभूमि सवर्ण मोर्चा ने सरकार के खिलाफ 800 किलोमीटर की पदयात्रा शुरू की है। यह पदयात्रा सोमवार को शिमला से शुरू हुई। यह पदयात्रा पांच राज्यों से होकर गुजरेगी। हरिद्वार पहुंचने के बाद यमुनानगर, चंडीगढ़, ऊना होते हुए करीब 800 किमी की दूरी तय करने के बाद पदयात्रा 10 दिसंबर को धर्मशाला में खत्म होगी।
इसका नाम सवर्ण आयोग अधिकार पदयात्रा रखा गया है। प्रदेश में लंबे समय से सवर्ण आयोग के गठन की मांग की जा रही है। सोमवार को शिमला से हरिद्वार के लिए पदयात्रा शुरू की गई।
सवर्ण समाज के लोग जातिगत आरक्षण, एट्रोसिटी एक्ट आदि कानूनों से आहत हैं। इन कानूनों का हरिद्वार में पिंडदान किया जाएगा। शवयात्रा शिमला से होकर कुमारहट्टी सोलन से उत्तराखंड होते हुए हरिद्वार पहुंचेगी। हरिद्वार में पिंडदान के बाद आर्थिक आधार पर आरक्षण का गंगाजल लाया जाएगा। 10 दिसंबर को धर्मशाला में विस के शीत सत्र के दौरान विस का घेराव किया जाएगा। सवर्ण आयोग का समर्थन न करने वाले नेताओं का शुद्धिकरण किया जाएगा।

देवभूमि क्षत्रिय संगठन और देवभूमि सवर्ण मोर्चा के अध्यक्ष रूमित ठाकुर ने कहा कि यह पदयात्रा समाज में भाईचारे, समानता और सवर्ण आयोग के गठन की मांग के लिए की जा रही है। नंगे पांव यात्रा निकाली जाएगी। पदयात्रा के दौरान सवर्ण समाज का कोई भी व्यक्ति होटल-ढाबों का खाना नहीं खाएगा।
