जय राम ठाकुर ने कहा कि वह स्वयं एक पहाड़ी क्षेत्र के सादे परिवार से सम्बन्ध रखते हैं इसलिए आम आदमी की विकासात्मक आवश्यकताओं को भलीभांति समझते हैं। प्रदेश सरकार उन क्षेत्रों के विकास पर अधिक बल दे रही है, जो किन्हीं कारणों से उपेक्षित रहे हैं। उन्होंने कहा कि कोरोना महामारी के दौरान सरकार ने यह निश्चित किया कि किसी भी व्यक्ति को बेहतर उपचार सुविधा से वंचित न रहना पड़े। यहां तक कि स्वयं प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और केन्द्र सरकार ने कोविड प्रबन्धन के लिए राज्य सरकार क प्रयासों को सराहा है।
उन्होंने कहा कि इस महामारी के दौरान केन्द्र ने जिस प्रकार हिमाचल प्रदेश की सहायता की है वह ऐतिहासिक है। पीएमकेयर्ज के अन्तर्गत प्रधानमंत्री ने प्रदेश को 500 वेंटिलेटर उपलब्ध करवाए। प्रदेश में अभी तक 10 आॅक्सीजन प्लांट स्थापित किए जा चुके हैं और भविष्य में 28 और संयंत्र स्थापित किए जाएंगे। उन्होंने कहा कि इस महामारी ने देश सहित हिमाचल की आर्थिकी को भी प्रभावित किया है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि सुन्दरनगर विधानसभा क्षेत्र में जल शक्ति विभाग के माध्यम से 167 करोड़ रुपये की परियोजनाओं पर कार्य चल रहा है। आम आदमी के कल्याण के लिए राज्य सरकार द्वारा शुरू की गई विभिन्न योजनाओं पर प्रकाश डालते हुए उन्होंने कहा कि हिमकेयर, गृहिणी सुविधा योजना और सहारा योजना आदि लाखों लोगों के लिए वरदान साबित हुई हैं।
जल शक्ति व बागवनी मंत्री महेन्द्र सिंह ठाकुर ने कहा कि निहरी एक दुर्गम क्षेत्र है जिसके विकास पर विशेष ध्यान देने की आवश्यकता है। उन्होंने मुख्यमंत्री से आग्रह किया कि स्थानीय विधायक द्वारा रखी गई सभी विकासात्मक मांगों को मंजूर किया जाए। उन्होंने मुख्यमंत्री से चरखड़ी मेें राज्य काॅपरेटिव बैंक के एक्सटेंशन काउंटर खोलने का आग्रह किया।
सुन्दरनगर के विधायक राकेश जम्वाल ने कहा कि 50 वर्षों के बाद पहली बार किसी मुख्यमंत्री ने निहरी आकर करोड़ों रुपये की विकासात्मक परियोजनाओं को समर्पित कर लोगों को सम्बोधित किया है। उन्होंने अपने विधानसभा क्षेत्र की विभिन्न विकासात्मक मांगों को भी मुख्यमंत्री के समक्ष रखा।
प्रदेश भाजपा प्रवक्ता अजय राणा, भाजपा मंडलाध्यक्ष प्रताप ठाकुर, उपायुक्त मण्डी अरिन्दम चैधरी व पुलिस अधीक्षक शालिनी अग्निहोत्री भी इस अवसर पर उपस्थित थे।