बाघल टाइम्स
(सोलन 05जुलाई) हिमाचल राजकीय अध्यापक संघ जिला सोलन हिमाचल प्रदेश सरकार के जल शक्ति मंत्री महेंद्र सिंह ठाकुर के उस बयान की कड़े शब्दों में निंदा करता है
जिसमें उन्होंने कहा कि “करोना काल में मास्टरों ने खूब मजे किए फिर भी पता नहीं कैसे बन गए करोना वॉरियर्स” । संघ के जिला प्रधान कश्मीरी लाल ठाकुर , राज्य महामंत्री नरोत्तम वर्मा , राज्य वरिष्ठ उप प्रधान राकेश शर्मा , राज्य लीगल एडवाइजर रत्ती राम वर्मा , जिला महामंत्री माया दत्त शर्मा, जिला वरिष्ठ उप प्रधान श्याम लाल धीमान , वित्त सचिव प्यारेलाल शास्त्री , सभी आठ शिक्षा खंडों के प्रधान गुरमेल चौधरी, ध्यान सिंह, खेमचंद राघव, मनोज कश्यप , मानक चंद , रमन कंवर , उमाशंकर, मनीष कुमार सहित समस्त जिला कार्यकारिणी व ब्लॉकों की कार्यकारिणी ने संयुक्त बयान जारी करते हुए कहा कि सरकार के एक वरिष्ठ मंत्री के द्वारा शिक्षकों के प्रति इस प्रकार की टिप्पणी संघ द्वारा कतई बर्दाश्त नहीं की जाएगी ।
जिला सोलन के अध्यापक 24 मार्च 2020 से लेकर अब तक कोरोनावरियर्स के रूप में क्वारिंटाइन केंद्रों, कोविड-केयर सेंटर, अंतर राज्य बॉर्डर के बैरियर (पंजाब व हरियाणा की सीमा पर स्थित) राशन बांटने, कंट्रोल रूम ड्यूटी , घर घर जाकर कोविड-19 के संपर्क केसों का पता लगाने, स्वास्थ्य केंद्रों पर सेवाएं और पंचायती राज चुनाव जैसी बहुत सी ड्यूटियों पर बढ़-चढ़कर अपनी सेवाएं दी।

यहां तक कि इस दौरान बहुत से अध्यापक साथी कारोना से संक्रमित भी हुए और कुछ अध्यापकों को तो अपनी जान तक गंवानी पड़ी। जिसके लिए अध्यापकों को कोरोना वॉरियर्स के रूप में संबंधित उपमंडल अधिकारी व जिलाधीश महोदय द्वारा प्रशस्ति पत्र देकर सम्मानित किया गया है । इसके साथ साथ अध्यापकों ने बच्चों की ऑनलाइन पढ़ाई, मुफ्त पाठ्य पुस्तकों का वितरण , मुफ्त वर्दियां का आवंटन , मध्याह्न भोजन की सामग्री व धनराशि का वितरण, बच्चों की नए सत्र में एडमिशन का कार्य , स्कूलों के सैनिटाइजेशन व अन्य सभी प्रकार के कार्यों में बढ़-चढ़कर अपना योगदान दिया है। फिर भी इस प्रकार की शर्मनाक बयान बाजी से लगता है कि जल शक्ति मंत्री अपना मानसिक संतुलन खो बैठे हैं जहां उन्हें अध्यापकों के द्वारा की गई सराहनीय सेवाओं के लिए उन्हें सम्मानित करना चाहिए था वहीं इस प्रकार की घटिया बयान बाजी उनकी विक्षिप्त मानसिकता को दर्शाता है ।
जबकि एक डॉक्टर, एक इंजीनियर, एक राजनेता तथा अन्य सभी उच्चाधिकारी अध्यापकों द्वारा शिक्षित होकर ही सम्मानजनक पदों पर आसीन है। बिना अध्यापकों के एक अच्छे समाज की कल्पना करना ही असंभव है। हिमाचल प्रदेश के माननीय मुख्यमंत्री अपनी शालीनता और सहजता वाले एक अच्छे व्यक्तित्व के लिए पूरे प्रदेश में जाने जाते हैं और उनके एक वरिष्ठ मंत्री द्वारा इस प्रकार की बयानबाजी बेहद चिंता का विषय है ।
हिमाचल राजकीय अध्यापक संघ जिला सोलन सरकार से मांग करता है कि इस प्रकार के मंत्री को तुरंत प्रभाव से निष्कासित किया जाए।
