बाघल टाइम्स
शिमला (03 जुलाई) बहुचर्चित गुड़िया दुष्कर्म एवं हत्याकांड के मामले में सीबीआई अदालत से चिरानी नीलू को उम्रकैद की सजा होने के बाद जांच से असंतुष्ट परिवार ने फिर से सरकार का दरवाजा खटखटाया है। गुड़िया के पिता और उनकी मदद करने वाले मदद सेवा ट्रस्ट के सदस्यों ने शनिवार को राज्य सचिवालय में मुख्यमंत्री से मुलाकात की। मुलाकात के दौरान उन्होंने मुख्यमंत्री से दो साल पहले दिए आश्वासन के अनुसार इस मामले की जांच फिर से कराने और नीलू के अलावा अन्य दोषियों को भी पकड़ने की मांग की।
मदद सेवा ट्रस्ट के विकास थाप्टा ने बताया कि पिछली बार मुख्यमंत्री ने मुलाकात के दौरान केस कोर्ट में होने का हवाला देते हुए असमर्थता जताई थी। लेकिन अब चूंकि केस का कोर्ट में निस्तारण हो गया है इसलिए परिवार ने मुख्यमंत्री से दोबारा जांच कराने की मांग की है। बताया कि वह सीबीआई कोर्ट के फैसले को हाईकोर्ट में चुनौती देंगे और आरोपी नीलू को फांसी की सजा दिलाने की मांग करेंगे। वहीं, गुड़िया के पिता ने कहा कि सीबीआई ने उनके विश्वास को तोड़ दिया है और अब किसी पर भी विश्वास नहीं है। कहा कि यह सिर्फ एक व्यक्ति का काम नहीं हो सकता लेकिन सीबीआई ने किसी और को नहीं पकड़ा। कहा कि आरोपी खुलेआम घूम रहे हैं और हम कोर्ट और सरकार के चक्कर काट रहे हैं। अगर सरकार चाहती है कि गुड़िया को न्याय मिले तो उसे जांच कराने के आदेश जारी करने चाहिए।
