
बाघल टाइम्स
शिमला

(18मई ) बंदरों के कारण फसलों को होने वाले नुकसान से बचने के लिए हिमाचल प्रदेश के शिमला जिले के ठियोग संधू के युवा बागवान ने अपने बगीचे में मंकी ट्रैप लगाया है। इस अनोखे यंत्र को बगीचे में लगाने वाले बागवान नरेंद्र वर्मा का कहना है कि जर्मन सरकार की संस्था जी आई जेड की ओर से मिले इस यंत्र को ट्रायल के लिए उनके बगीचे में लगाया गया है।
बंदर जैसे ही मंकी ट्रैप के नजदीक आते हैं तो इसमें लगे स्पीकर से कुत्ते के भौंकने, पटाखे और बंदूक की फायर की आवाजें निकलती हैं, जिससे बंदर दूर भाग जाते हैं।
सोलर पावर से चलने वाले मंकी ट्रैप के लिए बिजली की भी आवश्यकता नहीं पड़ती। 2 से लेकर 10 मीटर के घेरे में मंकी ट्रैप का प्रभाव रहता है। ट्रायल के दौरान बंदरों के छोटे समूहों पर यंत्र कारगर साबित हुआ है।
