उन्होंने कहा कि भागवत कथा के माध्यम से यह समझाया जाता है कि मनुष्य को अपने कर्मों को भगवान को अर्पित कर निष्काम भाव से धर्म का पालन करना चाहिए। यह कथा जीवन के विभिन्न पहलुओं को उजागर करती है, जैसे कि प्रेम, भक्ति, त्याग, और सेवा।
उन्होंने कहा कि श्रीमद्भागवत में वर्णित कथाएं जीवन की वास्तविकता को सरल और सुंदर ढंग से प्रस्तुत करती हैं, जिससे मनुष्य के भीतर सही और गलत का भेद करने की क्षमता, यानी विवेक, जाग्रत होती है। यह कथा हमें आत्मज्ञान, मोक्ष और ईश्वर से जुड़ने का मार्ग दिखाती है।