जानकारी के मुताबिक भवन निर्माण में कुछ त्रुटियां पाई गई थी जिस कारण विभाग ने भवन को लेने से इनकार कर दिया था लेकिन बावजूद इसके विभाग द्वारा ठेकेदार को लाखों का भुक्तान भी कर दिया जो लोगों की समझ से परे है।
स्थानीय निवासी भुवनेश्वर ठाकुर, श्याम लाल,विजेंदर कुमार, दिनेश ठाकुर ,जय किशन सहित विनोद ठाकुर ने बताया कि करीब डेढ़ वर्ष पहले यह भवन लगभग तैयार हो गया था। लेकिन कोई इसकी सुध लेने वाला नहीं है उन्होंने बताया कि मौजुदा दौर में इसकी खंडहर जैसी हालत होती जा रही है। उन्होंने प्रशासन व सरकार से भवन को दरुसत कर पटवारखाने को यहाँ शिफट करने की गुहार लगाई है।
उधर उपमण्डलाधिकारी नागरिक यादवेंदर पॉल ने बताया कि उन्हे इस बारे में जानकारी नहीं थी हालांकि विभाग द्वारा एक वर्ष पूर्व से उपयुक्त कार्यालय सोलन और बीडीओ ऑफिस कुनिहार से इस संधर्व में पत्राचार किया गया है जिसकी उन्हे अभी जानकारी मिली है।
उन्होंने बताया कि अब तक कितनी राशि ठेके दार को दी गई है इस बारे रिपोर्ट मांगी है।