
बाघल टाइम्स नेटवर्क
शिमला के आई जी एम सी में चिकितस्को द्वारा एक 76 वर्षीय बुजुर्ग मरीज के पेट से 14.5 किलो का ट्यूमर निकाल सफ़ल ऑपरेशन किया गया।अब तक की सबसे बड़ी कैंसर की जटिल सर्जरी आईजीएमसी के कैंसर सर्जन डा. रशपाल सिंह व डा. पुनीत महाजन की टीम ने करके दिखाई है।
जानकारी के अनुसार सोलन के 76 वर्षीय बुजुर्ग मरीज कुछ दिन पूर्व पेट में अत्यधिक सूजन के साथ आईजीएमसी में उपचाराधीन हुए थे। पिछले तीन वर्षों से आईजीएमसी में सेवाएं दे रहे कैंसर सर्जन डा. रशपाल सिंह ने मरीज का मूल्यांकन किया। मरीज लाइपोसार्कोमा से ग्रसित था, जिसमें शरीर की चर्बी कैंसर में बदल जाती है। डा. रशपाल सिंह द्वारा गहनता से अध्ययन करने के बाद मरीज को सर्जरी के लिए रखा गया, क्योंकि इस बीमारी पर कैनियोथैरेपी और रेडिएशनथैरेपी दोनों ही बेअसर थीं। मरीज की उम्र, ट्यूमर का साइज और सीमित सुविधाओं को देखते हुए यह सर्जरी जटिल और अत्यधिक जोखिम भरी थी, क्योंकि इस तरह का ट्यूमर निकालते समय मरीज की सर्जरी के समय जान भी जा सकती थी।

कैंसर सर्जन डा. रशपाल सिंह, जनरल सर्जन डा. पुनीत महाजन, डा. मुकेश, डा. विजय (सीनियर रेजीडेंट) एवं डा. रमेश (एनेस्थिसिया) की टीम ने इस सर्जरी को सफलतापूर्वक अंजाम दिया। सर्जरी के दौरान मरीज के पेट से 14.5 किलोग्राम का ट्यूमर निकाला गया, जो 32 बाई 28 सेंटीमीटर के आकार का था और बाईं किडनी व बड़ी आंत को जकड़े हुए था।

आईजीएमसी के वरिष्ठ चिकित्साधीक्षक डा. जनकराज ने बताया कि इस तरह की सर्जरी हिमाचल में पहली बार हुई है। छह से सात घंटे तक चली सर्जरी के बाद मरीज अब स्वस्थ है ,उसे डिस्चार्ज भी कर दिया गया है।