
हिमाचल के सभी चिकित्सा महाविद्यालयों में आरम्भ होगी रोबोटिक सर्जरी – डाॅ. शांडिल
बाघल टाइम्स
हिमाचल प्रदेश के स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण, सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता तथा श्रम एवं रोज़गार मंत्री डाॅ. कर्नल धनीराम शांडिल ने कहा कि केन्द्रीय अनुसंधान संस्थान कसौली की उपलब्धियां असाधारण हैं। उन्होंने कहा कि कोरोना संक्रमण काल में कोरोना जांच तथा टीकाकरण के कार्य में संस्थान ने प्रदेश वासियों के लिए महत्वपूर्ण कार्य किया है। उन्होंने आशा जताई कि भविष्य में संस्थान नवीन प्रौद्योगिकी के प्रयोग से अनेक जटिल रोगों का उपचार सम्भव बना सकेगा।

डाॅ. शांडिल ने कहा कि प्रदेश सरकार हिमाचल में स्वास्थ्य सेवाओं को मज़बूत बनाकर जन-जन को बेहतर स्वास्थ्य सुविधाएं प्रदान करने के लिए दृढ़ संकल्प है। उन्होंने कहा कि प्रथम चरण में राज्य में ग्रामीण स्तर तक स्वास्थ्य अधोसंरचना को सुदृढ़ किया जा रहा है। इसी कड़ी में आई.जी.एम.सी शिमला, राजकीय चिकित्सा महाविद्यालय टाण्डा (कांगड़ा), हमीरपुर, नाहन, चम्बा और नेरचैक स्थित चिकित्सा महाविद्यालयों में चरणबद्ध तरीके से यूरोलाॅजी, सामान्य शल्य चिकित्सा, स्त्री रोग, कार्डियोथोरेसिक शल्य तथा गेस्ट्रो सर्जरी में रोबोटिक शल्य चिकित्सा की सुविधा उपलब्ध करवाने पर 100 करोड़ रुपये खर्च किए जाएंगे। उन्होंने कहा कि प्रदेश में स्वास्थ्य सहित विभिन्न क्षेत्रों में ड्रोन तकनीक का उपयोग करने के लिए चरणबद्ध कार्य किया जा रहा है।

उन्होंने आग्रह किया कि केन्द्रीय अनुसंधान संस्थान कसौली में ऐसे रोगों पर भी अनुसंधान किया जाए जो पर्वतीय क्षेत्रों में अधिक पाए जाते हैं।