बेसहारा पशुओं को बनेंगे रात्रि आश्रय , दस दिन के भीतर दें कार्य योजना रिपोर्ट: मुख्यमन्त्री
बाघल टाइम्स
शिमला ब्यूरो (28 जनवरी)शनिवार को गो सेवा आयोग की बैठक की अध्यक्षता करते हुए मुख्यमंत्री सुखविंद्र सिंह सुक्खू ने कहा कि उनका दृष्टिकोण सिर्फ मानव कल्याण तक ही सीमित नहीं है। पशु, पर्यावरण और पौधे भी उनकी सर्वोच्च प्राथमिकताओं की सूची में हैं।

उन्होंने कहा कि प्रदेश सरकार ने जहां पर्यावरण व पौधों के संरक्षण के साथ-साथ प्रदेश को 2025 तक हरित ऊर्जा राज्य बनाने का लक्ष्य निर्धारित किया है, वहीं बेसहारा पशुओं को आश्रय प्रदान करने के लिए भी अधिकारियों को व्यापक कार्ययोजना बनाने के निर्देश दिए हैं।

मुख्यमन्त्री ने कहा कि हिमाचल प्रदेश की सड़कों पर अब बेसहारा पशु भटकते हुए नजर नहीं आएंगे। इन पशुओं की देखभाल के लिए सरकार ने रात्रि आश्रय निर्मित करने और पर्याप्त संख्या में कर्मचारी तैनात करने के निर्देश दिए हैं। अधिकारियों से 10 दिन के भीतर इसकी कार्ययोजना मांगी गई है। यही नहीं, मुख्यमंत्री सेवा संकल्प हेल्पलाइन 1100 के माध्यम से लोग बेसहारा पशुओं से संबंधित जानकारी और शिकायत कर सकेंगे। लोगों से शिकायत मिलने के बाद यह सूचना संबंधित खंड के वरिष्ठ पशु चिकित्सा अधिकारी, पशु चिकित्सा अधिकारी और फार्मासिस्ट से साझा की जाएगी। बेसहारा पशु को गो सदन या अन्य उपयुक्त स्थल तक पहुंचाने की जिम्मेदारी इन्हीं की होगी।