बाघल टाइम्स नेटवर्क
हिमाचल प्रदेश में साल के अंत तक चुनाव होने लगभग निश्चित है और ऐसे में काँग्रेस पार्टी ने प्रत्याशियों के टिकटों पर मंथन के पश्चात उन पर मुहर लगानी शुरू कर दी है।
बताया जा रहा है कि कांग्रेस विधानसभा चुनाव में बड़ा फेरबदल मौजूदा विधायकों की सीटों पर फिलहाल नहीं करेगी क्योंकि स्क्रीनिंग कमेटी ने सभी मौजूदा विधायकों को दोबारा मैदान में उतारने की सिफारिश पर मुहर लगा दी है। इसके साथ ही अब मौजूदा विधायकों के नामों की सूची केंद्रीय चुनाव समिति के समक्ष भेजी जाएगी। इसके अलावा दो पूर्व अध्यक्ष कौल सिंह ठाकुर और विनय कुमार के नाम पर भी सहमति बन गई है, जबकि दो अन्य पूर्व अध्यक्ष विप्लव ठाकुर और कुलदीप सिंह राठौर की सीटें देर रात तक चली माथापच्ची के बावजूद साफ नहीं हो पाई हैं।
इसके साथ ही चारों राष्ट्रीय सचिव को बिना किसी रोकटोक के टिकट देने पर फैसला हुआ है। इनमें से एक नाम कुसुम्पटी के विधायक अनिरुद्ध सिंह का भी है और वह विधायकों के पैनल में भी शामिल हैं। स्क्रीनिंग कमेटी ने बुधवार को प्रदेश चुनाव समिति की सिफारिशों से इस बैठक की शुरुआत की। देर रात तक लगातार स्क्रीनिंग कमेटी की बैठक चलती रही है। स्क्रीनिंग कमेटी इस बैठक में सभी 68 विधानसभा क्षेत्रों पर चर्चा करेगी। इसके साथ ही प्रदेश से दिल्ली तक पहुंचे सभी 730 आवेदनों पर विचार किया जा रहा है। स्क्रीनिंग कमेटी में मौजूदा विधायकों के नाम पर मंथन हुआ है और सभी विधायकों की टिकट बरकरार रखने पर फिलहाल सहमति जरूर बन गई। जिन सीटों पर सहमति बनी है उनमें से 20 मौजूदा विधायक, चार सचिव और दो पूर्व प्रदेशाध्यक्ष हैं।
इन सभी के नाम आगामी निर्णय के लिए केंद्रीय चुनाव समिति को भेजे जाएंगे। कांग्रेस की 30 से ज्यादा सीटों पर फैसले बुरी तरह से फंस गए हैं। इन सीटों पर टिकटों के लिए कड़ा मुकाबला चल रहा है। कांग्रेस स्क्रीनिंग कमेटी की बैठक में प्रदेश चुनाव समिति की सभी सिफारिशों को स्वीकार नहीं किया गया है। स्क्रीनिंग कमेटी ने हर सीट पर सर्वे के आधार पर टिकट तय करने का फैसला किया है। ऐसे में जिन सीटों पर ज्यादा दावेदार हैं, उनमें जीतने की क्षमता रखने वालों के नामों पर विचार किया जा रहा है और सर्वे के आधार पर दोहरी जांच के बाद नाम तय किए जा रहे हैं। इस बीच प्रदेश के सभी आला नेताओं और टिकट के तलबगारों ने दिल्ली में डेरा डाल रखा है। स्क्रीनिंग कमेटी के सदस्य उमंग सिंघार और धीरज गुर्जर ने फील्ड से आंकड़े जुटाए हैं। इन आंकड़ों को भी विधानसभा के आधार पर स्क्रीनिंग कमेटी दावेदारों के नाम तय करेगी।
उधर, दीपादास मुंशी की अध्यक्षता वाली स्क्रीनिंग कमेटी में जिन सीटों पर नाम तय होंगे, उन्हें केंद्रीय चुनाव समिति के पास भेजा जाएगा। सभी नामों पर अंतिम मुहर केंद्रीय चुनाव समिति लगाएगी।
